"आत्मा न कभी जन्म लेती है, न मरती है। यह अजन्मा, नित्य, सनातन और पुरातन है। शरीर के मारे जाने पर आत्मा नहीं मारी जाती।" - भगवद्गीता
विभिन्न देवताओं को समर्पित सभी चालीसा प्रार्थनाएं खोजें, भक्ति अर्पित करें और आशीर्वाद प्राप्त करें।
सभी देखेंदिव्य आरतियों में डूब जाएं, जो पूजा के दौरान देवी-देवताओं की प्रशंसा में गाई जाती हैं।
सभी देखेंदेवताओं के दिव्य गुणों का गुणगान करने वाले शक्तिशाली भजनों और प्रार्थनाओं का अनुभव करें।
सभी देखेंआध्यात्मिक विकास, शांति और दिव्य ऊर्जा के साथ जुड़ने के लिए पवित्र मंत्रों का जाप करें।
सभी देखेंबाधाओं को दूर करने और शक्ति प्रदान करने के लिए जाने जाने वाले भगवान हनुमान को समर्पित एक शक्तिशाली भजन।
भगवान शिव, संहारक और परिवर्तनकारी को आशीर्वाद और मुक्ति की तलाश में भक्तिपूर्ण प्रार्थना।
सुरक्षा और कठिनाइयों पर काबू पाने के लिए दिव्य मां देवी दुर्गा को चालीस छंदों की प्रार्थना।
ब्रह्मांड के संरक्षक भगवान विष्णु की प्रशंसा में गाई जाने वाली सार्वभौमिक आरती।
बाधाओं को दूर करने वाले और शुरुआत के देवता भगवान गणेश को समर्पित आरती।
देवी अम्बे (दुर्गा) के लिए भक्तिपूर्ण आरती, दिव्य मां के प्रति भक्ति व्यक्त करती है।
भगवान विष्णु के एक हज़ार नामों की स्तुति, जो उनके गुणों और महिमा का वर्णन करती है।
भगवान शिव के नृत्य और शक्ति की महिमा का वर्णन करने वाला प्रसिद्ध स्तोत्र।
देवी दुर्गा की महिमा का वर्णन करने वाला सात सौ श्लोकों वाला स्तोत्र।